बीबीडी की बीटेक छात्रा अंजली (बदला हुआ नाम) ने पिछली साल मैकेनिक्स के अनिवार्य विषय की परीक्षा दी। बीटेक फर्स्ट ईयर कैरी ओवर परीक्षा 2014-15 में इसके दो अंक दिए गए। बीती जुलाई में अंजली ने दोबारा ये परीक्षा दी। गुरुवार को इसके नतीजे जारी किए गए तो इस बार भी उसे दो ही अंक दिए गए। सिर्फ अंजली ही नहीं, बीबीडी समेत प्रदेश के कई कॉलेजों के छात्र-छात्राएं विश्वविद्यालय प्रशासन की लापरवाही का खामियाजा भुगत रहे हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन के स्तर पर हाल में जारी नतीजों में इस तरह की भारी गड़बडि़यां सामने आई हैं। विश्वविद्यालय के नवनियुक्त कुलपति प्रो. विनय पाठक की ओर से शुरू की गई वाट्सएप हेल्पलाइन में पिछले तीन दिनों में नतीजों में गड़बड़ी की 200 से ज्यादा शिकायतें दर्ज की जा चुकी हैं।
नतीजों के इंतजार में फंसी नौकरी: एक ओर जहां नतीजों में गड़बड़ी सामने आ रही हैं बल्कि बड़ी संख्या में विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों के नतीजे रोककर बैठा है। हालात ये है कि 2013-14 की कैरी ओवर परीक्षाओं के नतीजे आज तक जारी नहीं हो पाए हैं। इसके चलते दो से तीन साल पहले बी.टेक कर चुके छात्र भी नतीजे अधूरे होने के कारण नौकरी नहीं कर पा रहे हैं।
नतीजों के इंतजार में फंसी नौकरी: एक ओर जहां नतीजों में गड़बड़ी सामने आ रही हैं बल्कि बड़ी संख्या में विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों के नतीजे रोककर बैठा है। हालात ये है कि 2013-14 की कैरी ओवर परीक्षाओं के नतीजे आज तक जारी नहीं हो पाए हैं। इसके चलते दो से तीन साल पहले बी.टेक कर चुके छात्र भी नतीजे अधूरे होने के कारण नौकरी नहीं कर पा रहे हैं।
Sir carry over ka result even sem 2014-15 show ni ho raha
ReplyDeleteRoll no not found aa rha
Sir kya copy re check ho skti h
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